प्रसंग : केन्द्र सरकार ने सरकारी अस्पतालों और CGHS कल्याण केन्द्रों के डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएँ जारी करने के लिए निर्धारित नियमों का पालन करने की चेतावनी जारी की थी।
जेनेरिक दवा के बारे में
- यह एक ऐसी दवा है जिसमें ब्रांड–नाम वाली दवा के समान ही सक्रिय संघटक होता है और समान चिकित्सीय प्रभाव पैदा करता है।
- यह खुराक, सुरक्षा, शक्ति, गुणवत्ता, इसके काम करने के तरीके, इसे लेने के तरीके और इसके उपयोग के तरीके में समान है।
- ये समानताएँ जैव–समानता को प्रदर्शित करने में मदद करती हैं, जिसका अर्थ है कि एक सामान्य दवा उसी तरह काम करती है और ब्रांड–नाम वाली दवा के समान नैदानिक लाभ प्रदान करती है।
- उनके ब्रांड–नाम समकक्षों के समान जोखिम और लाभ भी हैं।
- जेनेरिक दवाओं में ब्रांड–नाम वाले उत्पाद के समान निष्क्रिय अवयवों की आवश्यकता नहीं होती है।
- ब्रांड नाम वाली दवा का पेटेंट समाप्त होने के बाद ही एक जेनेरिक दवा का विपणन किया जा सकता है।
- जेनेरिक दवाएं आमतौर पर ब्रांडेड दवाओं की तुलना में बहुत कम खर्चीली होती हैं।