प्रसंग : 11 मई को 25वें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के आयोजन के अवसर पर कई वैज्ञानिक परियोजनाओं की शुरुआत हुई।
शुरुआत
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाने की शुरुआत 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा की गई।
- 11 मई 1998 को भारत ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण किया। इसी दिन पहले स्वदेशी विमान ‘हंसा-3’ और त्रिशूल का भी सफल परीक्षण बैंगलोर में किया गया था।
आयोजन
- प्रत्येक वर्ष प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय) भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिये व्यक्तियों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करके इस दिन को मनाता है।
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 के कार्यक्रम और समारोहों में अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) पर विशेष ध्यान दिया गया है।
- इस वर्ष इस आयोजन की थीम ‘स्कूल टू स्टार्टअप्स : इग्नाइट यंग माइंड्स टू इनोवेट’ है।
प्रमुख वैज्ञानिक परियोजनाएँ
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया।
एलआईजीओ–इंडिया
- महाराष्ट्र के हिंगोली में विकसित होने वाला एलआईजीओ–इंडिया विश्व के प्रमुख लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरी (LIGO) में से एक होगा।
- यह 4 किलोमीटर त्रिज्या वाला अत्यंत संवेदनशील इंटरफेरोमीटर है, जो ब्लैक होल तथा न्यूट्रन सितारों जैसे खगोल भौतिकी पिंडों के विलय के दौरान उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण तरंगों की सेंसिंग में सक्षम है।
- एलआईजीओ–इंडिया USA के वाशिंगटन में स्थित हैनफोर्ड वेधशाला और लूईसियाना में स्थित लिविंगस्टन वेधशाला के साथ सिंक्रोनाइजेशन में काम करेगा।
रेयर अर्थ परमानेंट मैगनेट प्लांट
- रेयर अर्थ परमानेंट मैगनेट (दुर्लभ पृथ्वी स्थायी चुम्बक) का उत्पादन मुख्य रूप से विकसित देशों में होता है। दुर्लभ स्थायी पृथ्वी चुम्बक के उत्पादन की सुविधा विशाखापत्तनम में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र परिसर में विकसित की गई है।
- यह सुविधा स्वदेशी प्रौद्योगिकी के आधार पर तथा स्वदेशी संसाधनों से निकाली गई स्वदेशी दुर्लभ सामग्री का उपयोग करके स्थापित की गई है।
- इस सुविधा के साथ भारत रेयर अर्थ परमानेंट मैगनेट के उत्पादन करने की क्षमता वाले देशों के चुनिंदा समूह में शामिल हो जाएगा।
नेशनल हैड्रॉन बीम थैरेपी सुविधा
- नेशनल हैड्रॉन बीम थैरेपी सुविधा की शुरुआत अत्याधुनिक सुविधा टाटा मेमोरियल सेंटर, नवी मुम्बई में हुई। यह कैंसर के इलाज की उन्नत तकनीक है, जो ट्यूमर में विकरण की अत्यधिक सटीक डिलीवरी करने का काम करती है।
- लक्षित टिशू को डोज की सटीक डिलीवरी रेडिएशन थैरेपी के प्रारम्भिक और विलंबित दुष्प्रभावों को कम करती है।
फिशन मोलिब्डेनम–99 उत्पादन सुविधा
- फिशन मोलिब्डेन–99 उत्पादन सुविधा भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र के ट्रॉम्बे परिसर में स्थित है।
- मोलिब्डेनम–99 टेक्नेटियम–99 एम का मूल है, जिसका उपयोग कैंसर, हृदय रोग आदि की प्रारम्भिक पहचान के लिए 85% से अधिक ईमेजिंग प्रक्रियाओं में किया जाता है।
- इस सुविधा से प्रतिवर्ष लगभग 9 से 10 लाख रोगियों का स्कैन हो सकेगा।