प्रसंग : हिमालयन चन्द्र टेलीस्कोप ने 10 अन्य वैश्विक वेधशालाओं के साथ समझौता किया है, ताकि ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली वस्तुओं में से एक, ब्लेजर की चमक का निरीक्षण किया जा सके।
हिमालयन चन्द्र टेलीस्कोप
- यह एक 2 मीटर ऑप्टिकल–इन्फ्रारेड टेलीस्कोप है जिसका नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर के नाम पर रखा गया है।
- लद्दाख में लेह के पास हानले में भारतीय खगोलीय वेधशाला (IAO) में है।
- यह वर्तमान में दुनिया का दसवाँ सबसे ऊँचा ऑप्टिकल टेलीस्कोप है, जो 4,500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
- टेलीस्कोप को सेंटर फॉर रिसर्च एंड एजुकेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (CREST), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA), बैंगलोर से समर्पित उपग्रह संचार लिंक का उपयोग करके दूरस्थ रूप से संचालित किया जाता है।
- इमेजिंग उपकरणों में एक फेंट ऑब्जेक्ट स्पेक्ट्रोग्राफ, एक नियर इन्फ्रारेड और एक ऑप्टिकल सीसीडी कैमरा शामिल है।
ब्लेजर क्या है?
- यह एक प्रकार की आकाशगंगा है जो एक विशाल ब्लैक होल द्वारा संचालित है और ब्रह्मांड में सबसे चमकदार और सबसे शक्तिशाली वस्तुओं में से एक है।
- वे गामा किरणों, एक्स-रे और रेडियो तरंगों सहित अत्यधिक ऊर्जावान कणों और विकिरण का उत्सर्जन करने के लिए जाने जाते हैं।