प्रसंग : वित्त मंत्रालय ने आरम्भिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के माध्यम से और घरेलू बाजार में नए इक्विटी शेयरों के निर्गम के माध्यम से धन जुटाने के लिए भारत सरकार की इक्विटी शेयरधारिता के सूचीकरण और आंशिक विनिवेश के लिए ‘रजिस्ट्रार और शेयर ट्रांसफर एजेंट (RTA)’ की नियुक्त के लिए निविदा आमंत्रित की है।
इरेडा (IREDA) के बारे में
- इसे 1981 में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक विशेष गैर–बैंकिंग वित्त एजेन्सी के रूप में स्थापित किया गया था।
- IREDA को कम्पनी अधिनियम, 1956 की धारा 4 ‘A’ के तहत ‘सार्वजनिक वित्तीय संस्थान’ के रूप में अधिसूचित किया गया है।
- इसका गठन स्थायी विकास के लिए अक्षय स्रोतों द्वारा ऊर्जा उत्पादन, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर निवेश को प्रोत्साहन देने व सम्बन्धित परियोजनाओं की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता को बढ़ावा देने, विकसित करने और विस्तारित करने के लिए किया गया है।
- यह सभी RE प्रौद्योगिकियों जैसे–सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा, जैव ऊर्जा, अपशिष्ट से ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, ई–गतिशीलता, बैटरी भंडारण, जैव ईंधन और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों की फंडिंग कर रहा है।
उद्देश्य
- नवीन और नवीकरणीय स्रोतों के माध्यम से विद्युत और / या ऊर्जा उत्पादन करने के लिए और ऊर्जा दक्षता के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण के लिए विशिष्ट परियोजनाओं और स्कीमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
- नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता / संरक्षण परियोजनाओं के लिए दक्ष और प्रभावी वित्तपोषण प्रदान करने के लिए एक अग्रणी संस्था के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखना
- अभिनव वित्तपोषण के माध्यम से अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में इरेडा की हिस्सेदारी को बढ़ाना
- तंत्र, प्रक्रियाओं और संसाधनों के निरंतर सुधार के माध्यम से सेवाओं की दक्षता में सुधार करना
IFC का दर्जा
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मार्च 2023 में IREDA को ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेन्स कम्पनी’ (IFC) का दर्जा दिया है।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेन्स कम्पनी (IFC) के रूप में IREDA अक्षय ऊर्जा वित्तपोषण से सम्बन्धित ज्यादा जोखिम लेने में सक्षम होगा।
- यह दर्जा इरेडा को फंड जुटाने के लिए व्यापक निवेशक आधार तक पहुँचने में मदद करेगा, जिससे फंड जुटाने की दरें प्रतिस्पर्धी आधार पर तय होंगी।
- आईएफसी दर्जे के साथ, इरेडा सरकार के प्रति 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन की 500 गीगावाट स्थापित क्षमता के भारत के लक्ष्य में योगदान देता रहेगा।
रजिस्ट्रार और शेयर ट्रांसफर एजेंट (RTA)
- रजिस्ट्रार और शेयर ट्रांसफर एजेंट (RTA) SEBI में पंजीकृत संस्थाएँ होती हैं, जो शेयर रजिस्ट्री रखरखाव से सम्बन्धित सेवाएँ प्रदान करती हैं और उन कम्पनियों की ओर से शेयर ट्रांसफर गतिविधियों को अंजाम देती हैं जिन्होंने शेयर जारी किए हैं।
- RTA के मुख्य कार्य
- निवेशकों से किसी भी मुद्दे से सम्बन्धित आवेदन एकत्र करना
- निवेशकों के आवेदनों और धन का या प्रतिभूतियों के विक्रेता को किए गए भुगतान का उचित रिकॉर्ड रखना
निम्नलिखित कार्यों में कॉर्पोरेट निकाय की सहायता करना
- स्टॉक एक्सचेंज के परामर्श से प्रतिभूतियों के आवंटन का आधार निर्धारित करने में
- आवंटन के हकदार व्यक्तियों की सूची को अंतिम रूप देने में
- आवंटन पत्र, धनवापसी आदेश या प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों को संसाधित करने और भेजने में